Samvida Employees Good News : यूपी के संविदा कर्मियों के लिए 20 फरवरी का दिन महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में विधानसभा का बजट सत्र मंगलवार, 20 फरवरी 2025 से शुरू होने जा रहा है। यह सत्र 2025-26 के वित्तीय वर्ष के बजट को पेश करने के लिए महत्वपूर्ण होगा। इस बजट में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिनमें राज्य के विकास, विभिन्न विभागों के खर्च, और खासकर संविदा कर्मचारियों के मानदेय में बढ़ोतरी से संबंधित मुद्दे शामिल हैं।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का अभिभाषण सत्र की शुरुआत करेगा, और इसके बाद विधानसभा और विधान परिषद के सदस्य बजट पर चर्चा करेंगे। वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना 20 फरवरी को आम बजट पेश करेंगे, और इस दौरान संविदा कर्मियों के लिए मानदेय में वृद्धि की घोषणा की जा सकती है, जिसको लेकर इन कर्मचारियों में उत्साह और उम्मीदें हैं।
इस सत्र को लेकर सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि यूपी सरकार संविदा कर्मचारियों को किस हद तक राहत देती है, खासकर शिक्षामित्रों और अन्य संविदा कर्मचारियों के मानदेय में संभावित वृद्धि को लेकर।
उत्तर प्रदेश में 2025 के बजट सत्र के दौरान, शिक्षामित्रों सहित सभी संविदा कर्मियों के लिए मानदेय में वृद्धि की घोषणा की जा सकती है। उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 20 फरवरी 2025 से शुरू हो रहा है, जिसमें वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना 2025-26 के वित्तीय बजट को पेश करेंगे।
इस बजट में संविदा कर्मियों के मानदेय में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है। राज्य सरकार ने पहले ही इस वृद्धि को मंजूरी दे दी है और अब यह देखा जाएगा कि मानदेय में कितनी बढ़ोतरी की जाएगी। अनुमान है कि न्यूनतम मानदेय Rs. 17,000 तक बढ़ सकता है, जबकि अधिकतम मानदेय Rs. 20,000 तक हो सकता है।
इसके साथ ही, शिक्षामित्रों का वर्तमान मानदेय Rs. 10,000 था, जिसे Rs. 12,000 तक बढ़ाए जाने की संभावना है। अन्य संविदा कर्मियों के मानदेय में भी बढ़ोतरी की उम्मीद है। इस बजट से 7 लाख से अधिक संविदा कर्मियों को बड़ी राहत मिल सकती है, जो इस वृद्धि का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
इसलिए, 20 फरवरी का दिन संविदा कर्मचारियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है, क्योंकि इस दिन बजट में इस वृद्धि की घोषणा हो सकती है।
यूपी के संविदा कर्मियों के लिए 20 फरवरी का दिन महत्वपूर्ण:
उत्तर प्रदेश के सभी संविदा कर्मियों के लिए 20 फरवरी 2025 का दिन बहुत खास हो सकता है। इस दिन यूपी सरकार अपना वित्तीय बजट 2025-26 पेश करने वाली है, जिसमें संविदा कर्मियों के मानदेय में वृद्धि की घोषणा की जा सकती है।
उत्तर प्रदेश में करीब 7 लाख से अधिक संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मचारी हैं, जिनमें शिक्षामित्र, अनुदेशक और अन्य सरकारी विभागों के संविदा कर्मी शामिल हैं। इन कर्मचारियों को पिछले कुछ वर्षों से मानदेय में कोई खास बढ़ोतरी नहीं मिली थी, लेकिन इस बार के बजट से इनकी उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं।
अगर यह वृद्धि होती है, तो शिक्षामित्रों का मानदेय Rs. 10,000 से बढ़कर Rs. 12,000 हो सकता है, और अन्य संविदा कर्मियों का मानदेय Rs. . 17,000 से Rs. 20,000 तक हो सकता है।
इसलिए, 20 फरवरी 2025 का दिन यूपी के संविदा कर्मचारियों के लिए काफी अहम साबित हो सकता है, क्योंकि यह बजट उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।